लक्षण
अस्थमा के कारण बार-बार व्हीज़िंग(साँस लेते समय सीटी जैसी आवाज़ होना), छाती में जकड़न, सांस की कमी, और खांसी होती है. अन्य लक्षणों में हैं:
• बार-बार होने वाली खांसी, विशेषकर रात को
• सांस लेने में कमी का अनुभव
• व्यायाम के समय अत्यंत कमजोरी या थकान का अनुभव
• व्यायाम के बाद व्हीज़िंग या खांसी
• थका हुआ, आसानी से चिढना या मूडी होना
• सर्दी या एलर्जी के लक्षण(छींकें, नाक बहना, खांसी, नाक में अवरोध, गले में खराश, और सिरदर्द) होना
• सोने में कठिनाई
यदि लक्षण सामान्य से बिगड़े हुए है तो आपको अस्थमा का अटैक हुआ है. लक्षणों को पहली बार देखते ही इलाज लेना आवश्यक है. ये लक्षणों के और ज्यादा बिगड़ने को और अस्थमा की स्थिति गंभीर होने को रोकता है.
अधिकतर बच्चे जिन्हें अस्थमा है, उनमें इसके प्रारंभिक लक्षण 5 वर्ष की आयु के पहले ही दिख जाते हैं
कारण
अस्थमा के विभिन्न कारण हैं
• फफूंद आदि से मिलने वाले बाहरी एलर्जन और वृक्षों व घास से मिलने वाले पराग कण
• भीतरी एलर्जन (उदहारण के लिए बिस्तर, गलीचा, या पुराने फर्नीचर में घरेलू धूल के कण, प्रदूषण और पालतू जानवरों के शरीर से निकलने वाले कण)
• उत्तेजक पदार्थ जैसे सिगरेट का धुआं, वायु प्रदूषण, कार्यस्थल पर केमिकल्स और धूल, घरेलू सज्जा के उत्पादों में प्रयुक्त वस्तुएं, और स्प्रे (जैसेकि बालों का स्प्रे)
• औषधियां जैसे कि एस्पिरिन या अन्य नॉन स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लामेटोरी ड्रग्स और नॉन सेलेक्टिव् बीटा-ब्लोकर्स.
• भोजन और पेय में उपस्थित सल्फाइट्स
• ऊपरी श्वसन तंत्र में वायरल संक्रमण जैसे कि सर्दी
• व्यायाम सहित अन्य शारीरिक कार्य
• मोटापा